कब कोई शत्रु आक्रमण कर के जीवन लीला ही समाप्त कर दे या कोई विषमता पैदा कर दे, कहना कठिन हो जाता है ॐ कैलाश गिरि से आई पार्वती देवी, जाकै सन्मुख बैठे गोरक्ष योगी शब्द साँचा पिंड कांचा फुरो मन्त्र ईश्वरोवाचा ॐ ह्रीं श्रीं गों, गोरक्ष नाथाय विद्महे ममाभिस्ट https://lordk296qrr3.bcbloggers.com/31501607/helping-the-others-realize-the-advantages-of-shabar-mantra